99+ Dhoka Shayari in Hindi | धोखा शायरी हिंदी में

धोखा, एक ऐसा शब्द जो दिल को चीर देता है और रिश्तों को झूठा साबित कर देता है। यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक एहसास है, जिसे जिसने भी महसूस किया, उसकी दुनिया ही बदल गई। प्यार, दोस्ती, रिश्ते और भरोसे में जब इंसान को धोखा मिलता है, तो उसका दर्द शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल हो जाता है। यही भावनाएं शायरी के रूप में हमारी ज़िन्दगी की कड़वी सच्चाई को दर्शाती हैं। इस लेख में हम आपके लिए खास धोखा शायरी लेकर आए हैं, जो उन दिलों की आवाज़ है, जिन्होंने प्यार, दोस्ती और रिश्तों में धोखा खाया है।

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Dhoka Shayari

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किसी ने मुझसे पूछा, “किसका दर्द ज्यादा होता है?”
मैंने कहा, “जो रोते नहीं, उनके दिल में बहुत दर्द होता है।”

धोखा देकर मुझे कहां चली गई,
मेरी यादों से भी अब गुजरती नहीं क्या?

किस्मत ने ये दिन दिखाया है,
जिससे प्यार किया उसने ही धोखा दिया है।

जिनसे प्यार किया, उन्होंने ही बेवफाई कर दी,
अपनी खुशियों की खातिर, हमें तन्हाई दे दी।

इश्क की राहों में धोखा ही धोखा मिला,
वफा की तलाश में, बेवफाई का रास्ता मिला।

वो हंसते-हंसते मुझे दर्द दे गया,
अपनी यादों की चुभन छोड़ गया।

दिल की दुनिया उजड़ गई,
जब किसी ने मेरा भरोसा तोड़ दिया।

तेरा वादा सिर्फ एक अफसाना निकला,
प्यार तेरा बस एक बहाना निकला।

हर रोज वो कहती थी, मैं तेरा हूं,
पर उसका झूठ आज सामने आ गया।

दिल में था सुकून, जब तक तेरा प्यार था,
अब तो बस दर्द ही दर्द है, क्योंकि तेरा इन्कार था।

मोहब्बत के नाम पर दिल को लूटा,
धोखा देकर उसने फिर अपना रिश्ता तोड़ा।

जिस पर हम सबसे ज्यादा यकीन करते थे,
उसी ने हमें सबसे ज्यादा धोखा दिया।

अब किसी पर भी भरोसा नहीं होता,
जब अपना ही कोई धोखा दे जाता है।

वफा के बदले हमें जख्म मिले,
प्यार के बदले हमें धोखा मिला।

हमनें चाहा था जिसे जान से ज्यादा,
उसी ने दे दिया हमें सबसे बड़ा धोखा।

Matlabi Rishte Dhoka Shayari

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मुझसे मत पूछो मेरी ज़िन्दगी की कहानी,
बस कुछ मतलबी लोगों की मेहरबानी।

जो अपने होते हैं वो कभी धोखा नहीं देते,
जो धोखा देते हैं, वो कभी अपने नहीं होते।

मतलबी लोगों से अच्छा तो अकेलापन है,
कम से कम कोई धोखा तो नहीं देगा।

रिश्ते भी अब बाजार की तरह हो गए हैं,
जहाँ कीमत देखकर लोग जुड़ा करते हैं।

हर कोई यहां मतलब से रिश्ता निभाता है,
फायदा खत्म तो रिश्ता भी खत्म।

बेवफा लोग खुद ही सबक सिखा जाते हैं,
कि जिंदगी में किसी पर ज्यादा भरोसा मत करना।

रिश्तों का अब कोई मोल नहीं,
बस मतलब निकलते ही लोग भूल जाते हैं।

हर चेहरे पर हंसी नहीं होती,
हर रिश्ते में वफा नहीं होती।

रिश्तों की बुनियाद झूठ पर रखोगे,
तो एक दिन वो खुद ही गिर जाएगी।

मतलब के रिश्ते निभाए नहीं जाते,
दिल के रिश्ते आजकल बचाए नहीं जाते।

वो दोस्ती भी क्या दोस्ती थी,
जो मतलब तक ही साथ थी।

रिश्ते अब पुराने जमाने के जैसे नहीं,
मतलब के बिना कोई किसी का नहीं।

बदलते मौसम से ज्यादा,
आजकल रिश्ते बदल जाते हैं।

धोखा वही देता है जिसपर भरोसा ज्यादा होता है,
वरना अजनबियों से तो हम उम्मीद ही नहीं रखते।

जो आज आपके साथ हैं,
जरूरी नहीं कि कल भी रहेंगे।

Pyar Me Dhoka Shayari

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प्यार में धोखा मिला इस कदर कि,
अब किसी पर ऐतबार नहीं होता,
दिल तो चाहता है फिर से प्यार करे,
मगर अब किसी से इकरार नहीं होता।


वो मोहब्बत जो तुम्हारे दिल में थी,
उसे क्या कहें जो मेरी तक़दीर में थी,
बस इतना समझ लो इस प्यार में,
हम दोनों अधूरे थे जो मुकम्मल न हो सके।


धोखा देकर मुस्कुराना ही तेरी फितरत है,
अगर ये मोहब्बत है तो कैसी ये नफ़रत है?
तेरी बेवफ़ाई ने दिल को इस कदर तोड़ा,
अब किसी से भी मोहब्बत करने की हिम्मत नहीं।


वो जो कल तक हमारे लिए जीते थे,
आज किसी और की बाहों में सिमट गए,
हम तो तड़पते रह गए उनकी याद में,
और वो हमें भुलाकर आगे बढ़ गए।


बेवफ़ाई का इल्ज़ाम भी मुझ पर आया,
मैंने तो तुझसे दिल लगाया था,
तूने तो सिर्फ खेल समझा इसे,
और मुझे तन्हाइयों में छोड़ गया।


हर दर्द की अपनी एक पहचान होती है,
प्यार में धोखा खाना भी एक संज्ञान होती है,
जो टूट कर भी मुस्कुरा दे किसी के सामने,
वो मोहब्बत की सबसे ऊँची उड़ान होती है।


बिछड़ने का ग़म मत कर ऐ दोस्त,
जिसे साथ रहना होगा वो खुद आ जाएगा,
जो चला गया धोखा देकर तुझे,
समझ ले कि वो कभी तेरा था ही नहीं।


हमने तो चाहा था साथ निभाने को,
मगर वो किसी और के हो गए,
हम तो आज भी तड़पते हैं उनकी याद में,
पर वो हमें भूलकर चैन से सो गए।


जिसे चाहा था दिल से, वो बेवफा निकली,
जिसे अपना समझा, वो पराया निकला,
हम तो तड़पते रहे उसकी यादों में,
और वो किसी और की बाहों में सिमट गया।


मोहब्बत में धोखा जो खा लिया,
खुद को भी अब पराया बना लिया,
दिल अब किसी पर ऐतबार नहीं करता,
ज़िन्दगी को बस दर्द का साया बना लिया।


खुशियों से दूर, ग़म के पास हो गए,
तेरी मोहब्बत में यूं बदनाम हो गए,
चाह कर भी भूल नहीं सकते तुझे,
तेरी बेवफाई के भी गुलाम हो गए।


बेवफ़ाई की भी हद होती है,
मगर तेरा कोई हिसाब नहीं,
तूने हमें जिस मोड़ पर छोड़ा,
वहाँ से अब कोई रास्ता नहीं।


दिल तोड़कर मेरा मुस्कुरा रहे हो,
कैसे इतनी बेपरवाह बन गए हो,
इश्क़ में हमने खुद को मिटा दिया,
और तुम कहते हो हम बर्बाद क्यों हो?


नहीं चाहिये अब कोई झूठा सहारा,
अब नहीं सहना कोई दर्द दुबारा,
जो मिला था प्यार बनकर जिंदगी में,
उसने ही बना दिया हमें बेसहारा।


हमने चाहा जिसे वो हमारा न हुआ,
दिल लगाया जिससे वो वफ़ादार न हुआ,
अब जी रहे हैं बस इसी उम्मीद में,
कभी तो मिलेगा कोई जो बेवफा न हुआ।

Bharosa Rishte Dhoka Shayari

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भरोसा इंसान पर इतना करो कि वो तुम्हें धोखा दे सके,
पर इतना भी मत करो कि तुम्हें पछताना पड़े।


रिश्तों की डोर बहुत नाजुक होती है,
भरोसा एक बार टूट जाए तो फिर जुड़ नहीं पाती।


जिस पर हमने सबसे ज्यादा भरोसा किया,
वही हमें सबसे बड़ा धोखा दे गया।


दिल से निभाए थे जो रिश्ते हमने,
वो ही हमें दर्द देकर चले गए।


भरोसे की सबसे बड़ी खासियत यही है,
कि जब टूटता है तो आवाज भी नहीं आती।


रिश्तों में अगर धोखा ना होता,
तो दुनिया में कोई भी तन्हा ना होता।


जिस पर भरोसा किया था हमने जान से भी ज्यादा,
वो ही हमें धोखा देकर चला गया अजनबी बनकर।


भरोसा तोड़ने वालों के लिए यही कहेंगे,
रिश्ते भी खत्म और इज्जत भी खत्म।


रिश्ते अगर सच्चे होते,
तो उनमें कभी धोखा ना होता।


धोखा देने वालों से बस इतना ही कहना है,
एक दिन तुम्हारा भी कोई ऐसे ही भरोसा तोड़ेगा।


भरोसा जब टूटता है तो इंसान अंदर से भी टूट जाता है,
और फिर वो किसी पर भी भरोसा नहीं कर पाता।


दिल से निभाए गए रिश्ते भी,
जब धोखा दे जाते हैं, तब दर्द दोगुना हो जाता है।


भरोसा करना आसान है,
पर सही इंसान पर करना बहुत मुश्किल।


रिश्ते निभाने की चाहत सब रखते हैं,
लेकिन वफादारी निभाने की हिम्मत बहुत कम लोगों में होती है।


धोखा वो नहीं देते जिनके दिल में सच्चा प्यार होता है,
धोखा वो देते हैं जिनकी फितरत में ही छल होता है।

Sad Dhoka Shayari

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हर किसी से वफा की उम्मीद मत करना,
क्योंकि वफ़ादारी अब सिर्फ किताबों में रह गई है।


जिसे चाहा दिल से, उसी ने तोड़ दिया,
ख़्वाबों को मेरे, यूं बेरहमी से छोड़ दिया।


वो जो मेरे अपने थे, वो ही पराये हो गए,
ज़ख्म दे गए मुझे, और खुद ही छुप गए।


सपने दिखाकर तोड़ दिया,
जो कल अपना था, आज पराया कर दिया।


ख़ुशी के नाम पर सिर्फ ग़म मिला,
जिसे समझा था अपना, वही बेवफा निकला।


मुझे छोड़कर वो किसी और का हुआ,
पर अफसोस, अब भी मेरा दिल उसी का हुआ।


तेरी मोहब्बत को दिल से निभाया मैंने,
और बदले में सिर्फ दर्द पाया मैंने।


जिसे चाहा जान से ज्यादा,
उसी ने हमें दो पल में भुला दिया।


धोखा देने वाले तुझे भी कभी कोई देगा,
फिर तू समझेगा, बेवफाई कितनी दर्द देती है।


मेरी मोहब्बत में इतना असर तो था,
पर अफसोस, वो किसी और का हो गया।


भरोसा किया था तुझ पर,
पर तूने तो बस खेल समझा।


दिल को चोट देकर हंसते रहे,
और हम सिर्फ तन्हाई में रोते रहे।


जिसे देखे बिना दिल नहीं मानता था,
आज उसी ने हमें छोड़ दिया।


जो हमारी हँसी की वजह था,
आज वही हमारे आँसूओं की वजह बना।


तूने जो भी किया, अच्छा किया,
अब हमें मोहब्बत से नफरत हो गई।

Rishte Dhoka Shayari

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रिश्तों में धोखा खाकर भी, हमने मुस्कुराना सीखा है,
दर्द की इस दुनिया में, हर जख्म छुपाना सीखा है।

कभी अपना समझ कर दिल लगा बैठे,
पर अपनों ने ही हमें गैर बना दिया।

रिश्तों की दुनिया में, हमने बस इतना जाना,
जिसे जितना चाहा, उसने उतना ही धोखा दिया।

वो जो अपने थे, अब बेगाने हो गए,
धोखे की आँधी में, रिश्ते पुराने हो गए।

भरोसे की कश्ती में सफर किया था,
पर अपनों ने ही उस कश्ती में छेद कर दिया।

जिसे अपना समझा, उसी ने लूटा,
रिश्तों का ये सच, हमें बहुत रुला गया।

धोखा देना भी अब एक रिवाज हो गया,
रिश्तों में मतलब होना ही आज हो गया।

हमने रिश्तों को ईमानदारी से निभाया,
पर लोगों ने इसे हमारी कमजोरी समझा।

दिल से चाहा था जिसे, उसी ने तोड़ा,
अपनों के दिए जख्मों ने, हमें बिखेर कर छोड़ा।

रिश्तों में अब वो बात कहाँ,
जो पहले थी, अब सिर्फ जज़्बात कहाँ।

अपनों से धोखा खाकर, अब सबक सीख लिया,
रिश्तों के नाम पर, अब किसी पर यकीन नहीं किया।

जो साथ निभाने की कसम खाते थे,
वो ही सबसे पहले छोड़कर चले गए।

धोखा देने वाले भी अजीब होते हैं,
पहले अपना बनाते हैं, फिर पराया कर देते हैं।

रिश्ते अब झूठे लगते हैं,
जब अपने ही अपनों से रूठे लगते हैं।

किस पर करें भरोसा, यहाँ हर कोई धोखेबाज है,
रिश्तों की इस दुनिया में, हर दिल उदास है।

Boyfriend Dhoka Shayari

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💔 धोखा दिया जिसने प्यार में,
वो भूल गया वफादारी की बात,
मैंने दिल दिया था उसे,
और उसने कर दिया बर्बाद। 💔

💔 तेरा हर वादा झूठा निकला,
तेरी हर कसम अधूरी,
मैंने तुझसे सच्चा प्यार किया,
और तूने दी सिर्फ मजबूरी। 💔

💔 मैंने चाहा तुझे दिल से,
पर तेरा इरादा कुछ और था,
मैंने निभाई हर रस्मे वफा,
पर तेरा धोखा ही और था। 💔

💔 बेवफा निकला वो शख्स,
जिसे मैंने खुदा माना था,
जिसे रोशनी समझा था,
वो तो अंधेरा लाया था। 💔

💔 मेरा हर ख्वाब टूट गया,
तेरी बेवफाई के बाद,
अब किसी पर भरोसा न रहेगा,
तेरे दिए इस जख्म के बाद। 💔

💔 एक तेरा झूठा वादा,
मेरे दिल को रुला गया,
तूने की थी मोहब्बत की बातें,
पर मुझे अधूरा छोड़ गया। 💔

💔 जिस पर खुद से ज्यादा भरोसा किया,
उसी ने बेवफाई की,
जिसे समझा था हमसफ़र,
उसी ने हर राह में तन्हाई दी। 💔

💔 प्यार का नाम लेकर,
तूने मुझसे खेल खेला,
मुझे टूटते हुए देखा,
पर कभी न मेरा दर्द झेला। 💔

💔 किसी ने मुझसे पूछा दर्द क्या होता है,
मैंने कहा वो प्यार था,
जो बेवफाई में बदल गया। 💔

💔 तेरी हर बात पर ऐतबार किया,
तेरी हर झूठी कसम को सच समझा,
पर तेरे धोखे ने मुझे सिखा दिया,
कि मोहब्बत में भरोसा भी जहर है। 💔

💔 मैंने सोचा तुझसे प्यार निभाऊं,
तेरी हर गलती पर मुस्कराऊं,
पर तूने तो धोखा देकर,
मुझे बिखरने पर मजबूर कर दिया। 💔

💔 तेरा प्यार भी बस एक खेल था,
तेरी मोहब्बत में कोई सच्चाई नहीं,
मैंने खुद को तुझमें खो दिया,
पर तुझे मेरी परवाह ही नहीं। 💔

💔 तुझे भूलना इतना आसान नहीं,
पर तेरा धोखा भी भुलाया नहीं जाता,
दिल के जख्म भर भी जाएं,
पर यादों का दर्द मिटाया नहीं जाता। 💔

💔 तुमसे बेइंतहा प्यार किया,
तुमने मुझे धोखा दिया,
अब रोने के सिवा कुछ नहीं बचा,
तेरे दिए दर्द को कौन मिटा? 💔

💔 मोहब्बत में बस धोखा मिला,
तूने भी मुझे भुला दिया,
अब किसी से दिल लगाने का,
हौसला भी चला गया। 💔

Love Dhoka Shayari

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धोखा देकर ये तो बता देते,
मुझे छोड़ने की वजह क्या थी,
मैं खुद ही रास्ता बदल लेता,
मुझे गिराने की जरूरत क्या थी।


तेरा प्यार ही था, जो मेरा गुरूर था,
अब तेरी बेवफाई ने सब कुछ चकनाचूर कर दिया।


तेरी बेवफाई का अफ़साना भी क्या कमाल लिखू,
जितना भी लिखूं, फिर भी अधूरा ही लगे।


भरोसा करके बहुत पछताया हूँ,
इश्क़ में सिर्फ दर्द ही पाया हूँ।


वो धोखा देकर भी खुद को मासूम कहते हैं,
हम दर्द में डूबकर भी ग़लत ठहराए जाते हैं।


धोखा देकर मुस्कुराते हो,
कभी खुद से भी पूछो,
क्या वफ़ा निभा पाओगे?


बेवफाई का इलज़ाम मुझ पर न लगाना,
मैंने तुम्हारे लिए दुनिया से भी दुश्मनी मोल ली थी।


तेरी मोहब्बत में इस कदर डूब गया था,
तू बेवफा निकली और मैं खत्म हो गया।


इश्क़ में धोखा खाया है,
अब किसी से भी मोहब्बत नहीं होती।


धोखा देने वालों को भी कोई धोखा दे,
तब समझ आएगा,
भरोसा टूटने का दर्द क्या होता है।


तेरी मोहब्बत भी अजीब थी,
पहले अपना बनाया फिर पराया कर दिया।


मोहब्बत थी इसलिए तो सह लिया धोखा,
वरना तुझसे बदला लेने का भी हक था मुझे।


दिल तोड़कर वो कहता है,
माफ कर दो,
काश पहले ही बता देता,
कि ये प्यार नहीं एक धोखा है।


किसी का दिल तोड़कर मत जाना,
क्योंकि वक्त किसी का सगा नहीं होता,
आज तुमने दर्द दिया है,
कल तुम्हें भी मिलेगा।


जिसे अपना समझा था,
वो ही गैर बन गया,
जिससे दिल लगाया था,
वो ही बेवफा बन गया।

Dosti Mein Dhoka Shayari

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दोस्ती के नाम पर खंजर चलाया,
जिसे अपना माना, उसने ही छलाया।
एतबार था जिसे सबसे ज्यादा,
वही निकला सबसे बड़ा बेवफा साया।

वफ़ा की उम्मीद जिनसे थी हमें,
वही हमें तन्हा कर गए,
हमने जिनको दोस्त माना,
वो हमें ग़लत समझ कर चले गए।

तेरी दोस्ती पर जान लुटाने चले थे,
पर तूने ही हमें धोखा दे दिया,
तेरी दोस्ती का क्या अंजाम निकला,
तेरी दोस्ती ने हमें तन्हा कर दिया।

दोस्ती की थी दिल से निभाने के लिए,
पर उसने ही हमें रुला दिया,
जिसे समझा था अपना हमराज़,
उसी ने हमें ग़ैर बना दिया।

दोस्ती का जो वादा किया था,
वो चंद लम्हों में तोड़ दिया,
जिसे अपना समझा था दिल से,
उसने ही हमें छोड़ दिया।

हमने तो चाहा था दोस्ती निभाना,
पर उसने तो रिश्ता ही ठुकरा दिया,
जिसे अपना समझते थे हम,
उसने ही हमें भुला दिया।

दोस्ती की राहों में जब दर्द मिला,
तो हमने खुद को संभाल लिया,
जिसे अपना समझा था हमने,
उसी ने हमें धोखा दे दिया।

दोस्ती का मतलब अगर धोखा होता,
तो हम कभी दोस्त नहीं बनाते,
पर अफ़सोस इस दुनिया में,
दोस्ती के नाम पर लोग सिर्फ छल करते हैं।

तेरी दोस्ती में हमने खुद को भुला दिया,
पर तूने हमें गैर बना दिया,
तेरे लिए तो हम सिर्फ एक मोहरा थे,
और तूने हमें सरेआम बदनाम कर दिया।

जो अपने थे, वो पराए बन गए,
दोस्ती के रिश्ते तमाशा बन गए,
हम तो निभाते रहे अपने वादे,
पर दोस्त ही हमें गैर बना गए।

तूने जो किया वो दोस्ती थी या साज़िश,
हमने समझा तुझे अपनी ख़ुशबू,
पर तू तो सिर्फ एक नकली मासूमियत थी,
जो अपने मतलब से ही बदलती रही।

दोस्ती में भी सौदेबाज़ी कर ली,
तेरी हर बात झूठी निकली,
तू जो अपना समझता था खुद को,
तेरी दोस्ती भी अधूरी निकली।

तेरी हर बात पर यकीन किया,
तेरी हर राह पर चले,
पर अफसोस जब गिर पड़े,
तो तूने ही हमें ठुकरा दिया।

तेरी दोस्ती पर कितना नाज़ था हमें,
पर तूने ही हर लम्हा भुला दिया,
जिसे अपना समझकर अपना कहा,
उसी ने हमें अजनबी बना दिया।

दिल को दर्द देकर तू हंस रहा था,
दोस्ती का मतलब ही बदल दिया,
हमने जो समझा था प्यार से भरा रिश्ता,
वो तूने एक धोखा बना दिया।

Conclusion

धोखा इंसान की भावनाओं को तोड़कर उसे एक गहरी तन्हाई में छोड़ देता है। जब भरोसा टूटता है, तो मन में एक सवाल रह जाता है – क्या इस दुनिया में कोई सच्चा है? लेकिन यही जिंदगी की सच्चाई भी है कि हर दर्द एक सबक होता है और हर धोखा हमें मजबूत बनाता है। चाहे प्यार में धोखा हो, दोस्ती में फरेब हो या रिश्तों में विश्वासघात, हमें खुद को संभालना और आगे बढ़ना सीखना पड़ता है। उम्मीद है कि यह धोखा शायरी आपके जज़्बातों को सही तरीके से बयां करने में मदद करेगी और आपको यह एहसास कराएगी कि आप अकेले नहीं हैं।

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